कृषि आधारित जीवन शैली वाले राज्यों में वर्षा जल का सदुपयोग एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने खेत तलाई योजना 2025 की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य बारिश के पानी को संग्रहित कर सिंचाई में उपयोग करना है। इस योजना से किसानों को अपनी खेती में जल संकट से निजात मिल सकती है और उत्पादन क्षमता भी बढ़ाई जा सकती है।
अनुदान की राशि और पात्रता के आधार पर सहायता
खेत तलाई योजना के अंतर्गत अलग-अलग श्रेणियों के किसानों को अनुदान दिया जा रहा है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु एवं सीमांत किसानों को कच्चे फार्म पॉण्ड के लिए अधिकतम ₹73,500 और प्लास्टिक लाइनिंग फार्म पॉण्ड के लिए ₹1,35,000 तक की सहायता राशि दी जाएगी। वहीं अन्य श्रेणी के किसानों को कच्चे फार्म पॉण्ड पर अधिकतम ₹63,000 और प्लास्टिक लाइनिंग पर ₹1,20,000 तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा। यह अनुदान निर्धारित लागत प्रतिशत के अनुसार दिया जाएगा, जो 60 से 90 प्रतिशत तक हो सकता है।
खेत तलाई की न्यूनतम क्षमता और पात्रता शर्तें
योजना के अंतर्गत केवल उन्हीं खेत तालियों पर अनुदान मिलेगा, जिनकी क्षमता न्यूनतम 400 घनमीटर होगी। इसके अलावा किसान के नाम पर एक ही स्थान पर कम से कम 0.3 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि का होना आवश्यक है। यदि भूमि संयुक्त खातेदारों के नाम है, तो भी 0.3 हेक्टेयर भूमि एक ही स्थान पर होना अनिवार्य है।
आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन
इस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। किसान स्वयं राज किसान साथी पोर्टल पर लॉगिन कर सकते हैं या फिर नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र जमा करने के बाद उसकी रसीद भी ऑनलाइन ही प्राप्त की जा सकती है। आवेदन के समय आधार कार्ड या जनाधार कार्ड और छह महीने से पुरानी नहीं हुई जमाबंदी की प्रति जरूरी दस्तावेजों में शामिल हैं।
विभागीय स्वीकृति और निरीक्षण की प्रक्रिया
खेत तलाई योजना में आवेदन करने के बाद कृषि विभाग द्वारा खेत तलाई निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जाएगी। स्वीकृति मिलने की जानकारी किसानों को मोबाइल मैसेज या कृषि पर्यवेक्षक के माध्यम से दी जाएगी। खेत तलाई के निर्माण से पहले और बाद में विभागीय निरीक्षण एवं भौतिक सत्यापन किया जाएगा, जिससे योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
अनुदान की राशि सीधे बैंक खाते में होगी जमा
सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुदान राशि सीधे किसान के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी। इससे न सिर्फ प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी बल्कि किसानों को समय पर सहायता राशि प्राप्त होगी। ध्यान देने योग्य बात यह है कि खेत तलाई योजना सिर्फ चालू वित्तीय वर्ष के लिए वैध है, अतः इच्छुक किसान जल्द से जल्द आवेदन करें।